शुगर कंट्रोल कैसे करे ? जानें डायबिटीज के लक्षण और इलाज (Sugar Control Kaise Kare )

शुगर कंट्रोल कैसे करे

क्या आप जानते हैं कि भारत ‘दुनिया की डायबिटीज राजधानी’ के रूप में जाना जाता है? जी हाँ, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भारत में 77 मिलियन से अधिक लोग डायबिटीज (मधुमेह) से पीड़ित हैं और प्रत्येक साल डायबिटीज के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। 

डायबिटीज केवल एक शरीरिक बीमारी नहीं है, यह एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है जो हमारे गुर्दे, दिल, आँखें और तंत्रिका तंत्र को धीरे-धीरे नुकसान पहुँचाती है। यह ब्लॉग पढ़ना आपके लिए उपयोगी है।

कुछ प्रारंभिक जानकारी के बाद, इस ब्लॉग पोस्ट में जानें: 

  • शुगर कंट्रोल कैसे करें
  • डायबिटीज के लक्षण क्या हैं?
  • क्या शुगर को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है?
  • शुगर का इलाज क्या है?
  • शुगर कम करने के घरेलू उपाय    
  • शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय

शुगर (डायबिटीज) क्या है (What is Diabetes in Hindi)?

शुगर को डायबिटीज या मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है। यह क्रोनिक मेटाबोलिक डिसऑर्डर है।  

डायबिटीज तब होती है जब आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बनाता है या आपका शरीर उपलब्ध इन्सुलिन का उपयोग सही तरीके से नहीं कर पाता है। इस वजह से आपके रक्त में शुगर (शर्करा) का लेवल बहुत अधिक बढ़ जाता है।  

डायबिटीज मुख्यतः तीन प्रकार की होती है:

  • टाइप 1 डायबिटीज - इस कंडीशन में आपका शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। यह प्रायः बच्चों और युवाओं में होता है।
  • टाइप 2 डायबिटीज - इसमें आपका शरीर इंसुलिन बनाता तो है, लेकिन उस बने हुए इन्सुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता है। यह सबसे कॉमन डायबिटीज का प्रकार है और यह अधिकतर जीवनशैली से जुड़ी होती है।
  • गेस्टेशनल डायबिटीज - यह प्रायः गर्भवती महिलाओं में होता है और बच्चे के जन्म के बाद अपने आप ख़त्म हो जाता है। 

डायबिटीज के लक्षण क्या हैं (What are Symptoms of Diabetes)?

शुगर (डायबिटीज) के प्रारंभिक लक्षणों को ज्यादातर लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो आगे चलकर गंभीर हो सकता है। Sugar Control Kaise Kare ke upay janne se pehle, इसके प्रमुख लक्षण को जानें:

  • बार-बार पेशाब आना
  • अत्यधिक प्यास लगना
  • शारीरिक वजन का अचानक बढ़ना या घटना 
  • अत्यधिक थकान और कमजोरी
  • घाव या चोट का देर से भरना
  • आंखों की रोशनी धूमिल होना
  • हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस होना 
  • अधिक भूख लगना

यदि इनमें से कोई भी पहचान आप अपने शरीर में महसूस करते हैं, तो तुरंत ब्लड शुगर टेस्ट करवाएं।

क्या शुगर को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है (Can Sugar Be Treated Permanently)?

यह एक अत्यधिक महत्वपूर्ण सवाल है। डायबिटीज से ग्रसित प्रत्येक वयक्ति इस सवाल का जबाव जानना चाहता है। 

वर्तमान मेडिकल साइंस और वैज्ञानिक दृश्टिकोण के आधार पर, टाइप 1 डायबिटीज को जड़ से ख़त्म नहीं किया जा सकता है, क्यूंकि इसमें मानव शरीर में पैंक्रिअटिक (अग्नाशय) इन्सुलिन बनाना पूरी तरह से बंद कर देता है। रोगी को जीवनभर शुगर को कंट्रोल करने के लिए इन्सुलिन लेने की जरुरत होती है।        

लेकिन टाइप 2 डायबिटीज के संदर्भ मेडिकल साइंस और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अलग है। हाल के बहुत से शोधों और व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर, टाइप 2 डायबिटीज को "रिवर्स" (Reverse) या नियंत्रित (Control) किया जा सकता है।  

सही जीवनशैली, खान-पान, व्यायाम, स्ट्रेस मैनेजमेंट और वजन प्रबंधन के जरिए आप बिना दवाओं के भी टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं। आप अपने ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रख सकते हैं और एक स्वस्थ्य जीवन जी सकते हैं। 

इसे ही आम बोलचाल में "जड़ से खत्म करना" कहा जाता है।इस वजह से आप में से जयादातर व्यक्ति ये सर्च करते हैं - शुगर को जड़ से खत्म कैसे करे। हालाँकि चिकित्सकीय भाषा (मेडिकल साइंस) में यह एक नियंत्रित अवस्था है। यह आसान नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं है।  

शुगर का इलाज क्या है (What is Sugar Treatment)?

जैसे ही आप जानते हैं कि आपका शुगर लेवल बढ़ा हुआ है, आप डायबिटीज के इलाज के लिए डॉक्टर से मिलते हैं। यह इलाज तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित होता है -

  • संतुलित आहार (Diet Control)
  • नियमित व्यायाम/शारीरिक सक्रियता  (Regular Exercise)
  • नियमित ब्लड मॉनिटरिंग और सम्बंधित दवा का सेवन

मॉडर्न मेडिकल साइंस में इन्सुलिन इजेक्शन या ब्लड शुगर कंट्रोल मेडिसिन के उपयोग की सलाह दी जाती है, जबकि आयुर्वेदिक डायबिटीज ट्रीटमेंट में शरीर को अंदर से मजबूत बनाने पर ध्यान दिया जाता है। आयुर्वेदिक इलाज केवल लक्षण पर आधारित नहीं होता है, बल्कि मूल कारणों पर केंद्रित होता है। 

शुगर कम करने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Sugar Control)    

प्रकृति ने हमें बहुत-सी ऐसी चीजें दी हैं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने हमारी सहायता करता है। यहाँ शुगर कम करने के कुछ घरेलु उपाय दिया गया है, ये उपाय आपके रसोईघर में आसानी से उपलब्ध है। इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें, लेकिन ध्यान रखें कि ये दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हैं।

1. मेथी (Fenugreek)

मेथी दाना फाइबर से भरपूर होता है। यह पाचन को धीमा करके शुगर के अवशोषण को कम करती है। इसमें मौजूद एमिनो एसिड इंसुलिन स्राव को बढ़ाने में मदद करता है।

कैसे इस्तेमाल करें

  • रात में एक चम्मच मेथी दानों को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इस पानी को पी लें और मेथी दानों को चबाकर खा लें। आप मेथी के दानों का पाउडर का भी पानी के साथ सेवन कर सकते हैं।

लाभ

  • इसके डेली सेवन से इंसुलिन सेंसिटिविटी तथा उपयोग में वृद्धि होती है और ब्लड शुगर लेवल कम करता है। आप मेथी से बने आयुर्वेदिक डायबिटीज मेडिसिन का भी सेवन कर सकते हैं।

2. काली मिर्च (Black Pepper)

काली मिर्च में पिपेरिन नामक रासायनिक तत्व पाया जाता ह। यह तत्त्व इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त रखती है।

कैसे इस्तेमाल करें

  • इसे अपने खाने में मसाले के रूप में शामिल करें। हल्दी वाले दूध में एक चुटकी काली मिर्च डालकर पीना भी फायदेमंद हो सकता है।

लाभ

  • यह मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करती है और शुगर को तेजी से नियंत्रित करती है।

3. दालचीनी (Cinnamon)

दालचीनी इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने और लिवर से शुगर रिलीज को कम करने का काम करती है। कई शोधों में इसके गुणों की पुष्टि हुई है।

कैसे इस्तेमाल करें

  • एक कप पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर उबालकर चाय की तरह पिएँ। या फिर सुबह के नाश्ते में इसका एक चुटकी पाउडर डालकर सेवन करें।

लाभ

  • यह ब्लड शुगर को कम करती है और कोलेस्ट्रॉल (Increases HDL levels but reduces LDL levels) को भी नियंत्रित रखती है।

4. करेला (Bitter Gourd) 

करेले में चारेंटिन और पॉलीपेप्टाइड-पी जैसे रासायनिक तत्त्व मौजूद हैं। ये तत्त्व प्राकृतिक रूप से इंसुलिन की तरह काम करते हैं और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें

  • करेले का जूस सबसे असरदार माना जाता है। आप इसकी सब्जी या भरता बनाकर भी खा सकते हैं।

लाभ

  • यह शुगर लेवल को काफी तेजी से घटाता है और पैनक्रियाज को सक्रिय कर इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ाने में सहायता करता है।

शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय (Tips to Treat Blood Sugar Permanently) 

अगर आप टाइप-2 डायबिटीज को रिवर्स या नियंत्रित करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित शुगर तुरंत कम करने के उपाय आपकी राह बना सकते हैं:

1. खान-पान का ख्याल रखें (Take Care of Your Eating Habits)

आयुर्वेद में खान-पान को दवा माना जाता है। हेल्थी खाना किसी भी व्यक्ति के जरूरी है, लेकिन यह शुगर कण्ट्रोल करने के दौरान काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। अपने शुगर नियंत्रण के दौरान अपने भोजन का ज्यादा ध्यान रखें:

  • रिफाइंड कार्ब्स और शुगर से दूरी बना लें - मैदा, सफेद चावल, चीनी, कोल्ड ड्रिंक मिठाई, जैसी चीजों से पूरी तरह दूर रहें।
  • फाइबर-युक्त चीजों को अपने भोजन में शामिल करें - साबुत अनाज (जैसे ओट्स, जौ, ब्राउन राइस), हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक), दालें, फल (कम शुगर वाले जैसे सेब, जामुन, पपीता) खूब खाएँ।
  • प्रोटीन-युक्त चीजों की मात्रा बढ़ाएं - दाल, छोले, राजमा, पनीर, सोयाबीन, अंडे, चिकन, मछली का सेवन करें।
  • हेल्दी फैट्स लें - बादाम, अखरोट, अलसी के बीज, देसी घी का सीमित मात्रा में सेवन करें।

2. व्यायाम करें (Exercise)

व्यायाम करना प्रत्येक वयक्ति के लिए आवश्यक है। यह शरीर को लचीला बनाता है, शारीरिक वज़न कम करने में सहायता करता है, इत्यादि। यहाँ कुछ व्यायाम हैं जो आप शुगर को जड़ से खत्म करने के उपाय के रूप में अपना सकते हैं:

  • एरोबिक एक्सरसाइज - तेज चलना, तैरना, दौड़ना, साइकिल चलाना। रोजाना कम से कम 30-45 मिनट तक एरोबिक व्यायाम करें।
  • स्ट्रेंथ ट्रेनिंग - वजन उठाने जैसे व्यायाम मांसपेशियों की मात्रा बढ़ाते हैं, जो शुगर को अवशोषित करने के लिए ज़्यादा जगह बनाती हैं।

3. नियमित आयुर्वेदिक डायबिटीज दवाएं लें (Take Ayurvedic Diabetes Medicine Regularly)

आयुर्वेद में डायबिटीज के लिए कई शक्तिशाली जड़ी-बूटियाँ हैं, जैसे मेथी, गुडमर, विजयसार, नीम के पत्ते, आंवला, जामुन की गुठली, आदि। आप इन जड़ी-बूटियों से बने दवाई का उपयोग किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से कर सकते हैं।

4. तनाव कम करें (Reduce Your Stress Level)

तनाव में कोर्टिसोल हार्मोन रिलीज होता है, जो ब्लड शुगर बढ़ा सकता है। आप अपने स्ट्रेस और तनाव कम करने के लिए, ये करें:

  • प्राणायाम
  • ध्यान (Meditation)
  • गहरी साँस लेने के व्यायाम (Deep breathing)
  • अपने शौक 

5. पूरी नींद लें (Sleep Well)

रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी और गहरी नींद लेना जरूरी है। नींद की कमी से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ सकता है।

6. शुगर लेवल का नियमित जांच करें (Regularly Check Your Blood Sugar Levels)

अपने ब्लड शुगर लेवल पर नियमित नजर रखें। नियमित जांच से आपको पता चलता रहेगा कि शुगर कण्ट्रोल करने के आपके प्रयास कितनी कारगर है और इसमें आपको क्या बदलाव करने की जरूरत है।

निष्कर्ष

शुगर (डायबिटीज) लाइलाज नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली और स्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर चेतावनी है। अगर आप अपने आहार, नींद, और मानसिक शांति का ध्यान रखते हैं, तो शुगर को कंट्रोल कर लंबे समय तक एक सामान्य जीवन जी सकते हैं। इसलिए, उपर्युक्त शुगर कंट्रोल कैसे करे घरेलू उपाय का नियमित तरीके से फॉलो करते रहें। 

FAQs:

Q1. शुगर को तुरंत कंट्रोल करने के लिए क्या करें?

Ans: शुगर को कंट्रोल करने के लिए अपने खान-पान का ध्यान रखें, नियमित 30-40 मिनट्स तक व्यायाम करें, तनाव कम करें, डॉक्टर की सलाह से नियमित दवाई लें, पूरी नींद लें और नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहें।

Q2. मधुमेह का सर्वोत्तम उपचार क्या है?

Ans: खान-पान का ख्याल, नियमित व्यायाम, आयुर्वेदिक दवाई का सेवन, तनाव से दूर रहना, पूरी नींद लेना और शुगर लेवल का नियमित जांच मधुमेह का सर्वोत्तम उपचार है।

Q3.शुगर को जड़ से खत्म करने के लिए क्या खाएं?

Ans: शुगर को जड़ से ख़त्म करने के लिए साबुत अनाज, फाइबर-युक्त सब्जी, दालें, फल और हेल्थी फैट्स जैसे कि अखरोट खाएं।

Q4.शुगर बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?

Ans: अधिक आरामदायक जीवन, ख़राब खान-पान और तनाव शुगर बढ़ने का मुख्य कारण है। जेनेटिक्स के कारण भी शुगर होता है।

Q5. शुगर के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

Ans: शुगर के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा गुड़मर (गुरमर) और पुनर्नवा है। आपको अपने डॉक्टर से मिलकर ही इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों या इनसे बने दवाओं का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर परामर्श आपको सही डोज और मात्रा जानने में मदद करता है और साइड इफेक्ट्स से बचाता है।

Q6. डायबिटीज का परमानेंट इलाज क्या है?

Ans: डायबिटीज, खासकर टाइप 1 डायबिटीज, का कोई परमानेंट इलाज नहीं है। आप टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं, इसके लिए आपको अपने खान-पान पर ध्यान रखने के साथ-साथ व्यायाम, तनाव प्रबंधन, आराम और नियमित शुगर लेवल जांच पर ध्यान देने की जरुरत है।

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Dr. Prachi Sharma Vats – Ayurvedic Physician, Author & Wellness Expert

Dr. Prachi Sharma Vats is a dedicated Ayurvedic physician specializing in Ayurvedic nutrition, women’s hormonal health, and PCOD management. She holds a Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery (BAMS) degree from Shri Krishna AYUSH University, Kurukshetra.

Currently associated with Sheopal’s, a leading Ayurvedic and wellness brand, Dr. Prachi focuses on treating lifestyle related disorders through holistic Ayurvedic practices, personalized diet guidance, and natural healing therapies. Her approach blends classical Ayurvedic wisdom with modern health insights to promote sustainable well-being.

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